अस्तित्व खो गया है अस्तित्व मेरा, खो गई है मेरी परिभाषा। खो जाउंगा मैं भी फिर भी, बनी रहेगी मेरी आशा। अपने भी सपने बनते हैं, सपनों से बनती है आशा। उन सपनों पे रंगत चढ़ना, मेरे जीवन की अभिलाषा। जीवन के इस समंदर में, फंॅसी हुई है मेरी अभिलाषा। हर आशा को सार्थक करना, यही है अस्तित्व की पहली परिभाषा।।