Tuesday, June 24, 2008

आशुतोष मंडावी

सर्वप्रथम आपको प्रणाम....
आज ही मैंने एक ब्लॉग पढ़ा
तो अनायास ही मुझे भी ...अपना ब्लॉग लिखने
की इच्छा हुई , और में आपके
सामने हूँ।
में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले अंतर्गत आने
वाले एक छोटे से आदिवासी बहुल गांव कौद्र्हिक्सा
का निवासी हूँ. मेरी रूचि बचपन से ही लेखन में रही है।
और कविता लेखन मेरा प्रिय रहा है.......
मेरी सर्वश्रेष्ट चार लाइने इस प्रकार हैं-
'' जितने यौवन हो गए तुमसे,
उतने यौवन बीते होंगे।
हर यौवन में सावन आए,
उतने यौवन मीठे होंगे॥''
धन्यवाद् !








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