उतने यौवन बीते होंगे.
हर यौवन मे सावन आये,
उतने यौवन मीठे होंगे.
अथक प्रशंसा ना हो मुझसे,
फिर भी सावन मीठा होगा.
तेरा यौवन जैसे सावन,
श्रृंगार सामने झूठा होगा.
तेरे यौवन की तरुणाई,
जैसे सावन घिर घिर आई.
यौवन को तुम पल्लवित करना,
वरना साजन रूठा होगा.
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